सहजन (मोरिंगा ओलिफेरा)
सहजन (मोरिंगा ओलिफेरा), एक चमत्कारी पौधा है, जो हमारे स्वास्थ्य को समृद्ध, स्वस्थ और सकारात्मक रखने में मदद करता है। यह आमतौर पर ड्रमस्टिक भी कहलाता है, क्योंकि इसके पत्ते और फल बांसुरी की तरह की दिखते हैं। भारतीय उपमहाद्वीप में, सहजन को बहुत समय से आयुर्वेदिक चिकित्सा में उपयोग किया जाता रहा है। इसकी गुणधर्मों को ध्यान में रखते हुए, इसे सर्वरोगहर औषधि के रूप में जाना जाता है।

सहजन का आयुर्वेदिक महत्व
सहजन एक सुंदर और सुगंधित पौधा है जो अपने औषधीय गुणधर्मों के लिए प्रसिद्ध है। इसके पत्ते, फूल, फल और बीज में पोषक तत्व और विटामिन्स का समृद्ध संग्रह होता है। इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन और विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स शामिल होते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
आप को जानकर आश्चर्य होगा की मोरिंगा के पत्तो में संतरे से 7 गुना अधिक विटामिन सी, दूध से 17 गुना अधिक, गाजर से 10 गुना अधिक विटामिन ए, कैल्शियम, दही से 9 गुना अधिक प्रोटीन, केले से 15 गुना अधिक पोटेशियम और पालक से 25 गुना अधिक आयरन होता है? यह छोटी सी पत्ती आपके शरीर को सुधरने में चमत्कारी रूप से मदत कर सकती है|

मोरिंगा कैंसर को रोक ने में और उसका इलाज कर ने में सहायक है
कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो तब होती है जब कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से विभाजित हो जाती हैं और आसपास के ऊतकों में फैल जाती हैं। कैंसर 100 से अधिक प्रकार के होते हैं और इसका इलाज करना जटिल है क्योंकि यह रोगियों और उनके शरीर की प्रतिक्रिया पर निर्भर करता है।
एक जांच हुई जहां मोरिंगा पाउडर मोरिंगा अर्क का विभिन्न कैंसर कोशिका रेखाओं पर परीक्षण किया गया, जिससे पता चला कि मोरिंगा रूट कोर ने सभी प्रकार के कैंसर की कोशिका मृत्यु को प्रभावी ढंग से बढ़ावा दिया। स्तन कैंसर को सबसे आम कैंसर कहा जाता है, इसके बाद कोलोरेक्टल कैंसर आता है। यह अध्ययन पुष्टि करता है कि मोरिंगा की पत्ती और जड़ का अर्क स्तन और कोलोरेक्टल कैंसर के खिलाफ कैंसर रोधी एजेंट के रूप में कार्य करता है और इसका उपयोग उपचार के लिए नई दवाएं विकसित करने के लिए किया जा सकता है।
Nutrients | Nutritional value |
Potassium 471mg
Magnesium 3.5mg
Manganese 0.11 mg
Calcium 99.1mg
Iron 1.3mg
Phosphorous 70.8 mg
Thiamine (B1) 0.103mg
Riboflavin (B2) 0.112mg
Vitamin B6 0.129 mg
Zinc 0.85 mg
अस्थमा का इलाज
सांस लेने में कठिनाई? चिंता मत करो,
अस्थमा वह स्थिति है जिसमें व्यक्ति को वायुमार्ग में अतिरिक्त बलगम बनने के कारण सांस लेने में कठिनाई होती है।
इस अध्ययन से पता चला है कि 3 सप्ताह तक 3 ग्राम मोरिंगा पाउडर एरिथ्रोसाइट अवसादन दर (ईएसआर) को कम कर सकता है और लक्षण स्कोर और अस्थमा के हमलों की गंभीरता में काफी सुधार कर सकता है। ब्रोन्कियल अस्थमा के चार बुनियादी लक्षण (डिस्पेनिया, घरघराहट, सीने में जकड़न और खांसी) काफी कम हो गए थे। आयुर्वेद के अनुसार, दो दोष (वात और कफ) एक दूसरे के साथ मिलकर श्वसन मार्ग को अवरुद्ध कर देते हैं। इसे श्वास रोग (अस्थमा) के नाम से जाना जाता है और मोरिंगा का सेवन कफ को संतुलित करता है और फेफड़ों से अतिरिक्त बलगम को बाहर निकालता है।

सहजन के औषधीय गुण
1. पाचन तंत्र को सुधारने में मदद
सहजन में पाए जाने वाले पोषक तत्व और फाइबर आहार को पचाने में मदद करते हैं। यह पाचन शक्ति को सुधारकर अच्छे पाचन प्रक्रिया में मदद करता है और कब्ज से राहत दिलाता है। इसका नियमित सेवन हमारे पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और स्वस्थ खाने की आदत को बनाए रखता है।
2. शारीरिक ताकत को बढ़ाने में मदद
सहजन के पत्ते, फूल और फल में पाए जाने वाले पोषक तत्व, विटामिन सी और विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स के कारण, यह शारीरिक ताकत को बढ़ाने में मदद करता है। इसका नियमित सेवन हमें शक्तिशाली बनाता है और संघर्षशील होने की क्षमता को बढ़ाता है।
3. वजन घटाने में मदद
सहजन में पाए जाने वाले फाइबर के कारण, यह वजन घटाने में सहायक होता है। इसका नियमित सेवन हमें वजन कम करने में मदद करता है और स्वस्थ वजन की प्राप्ति में सहायता प्रदान करता है।
4. रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक
सहजन में पाए जाने वाले पोषक तत्व, विटामिन सी और पोटैशियम के कारण, यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसका नियमित सेवन हमारे रक्तचाप को संतुलित रखता है और हृदय स्वास्थ्य को सुधारता है।
सहजन के आयुर्वेदिक औषधीय उपयोग
आयुर्वेद में सहजन के पौधे, पत्तियाँ, फूल और फल का विशेष महत्व है। इसे आयुर्वेदिक औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है जो समृद्ध, स्वस्थ्यप्रद और बलवर्धक होता है। सहजन का सेवन निम्नलिखित स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में फायदेमंद होता है:
1. विषाक्तता और पाचन संबंधी समस्याएँ
सहजन के उपयोग से विषाक्तता और पाचन संबंधी समस्याओं का समाधान होता है। इससे पाचन तंत्र सुधारता है और कब्ज से छुटकारा मिलता है। यह अपच, गैस, एसिडिटी और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं को भी दूर करता है।
2. शरीरिक ताकत बढ़ाने के लिए
सहजन का सेवन शरीरिक ताकत को बढ़ाने के लिए फायदेमंद होता है। इसमें प्रोटीन, आयरन, विटामिन सी और बी-कॉम्प्लेक्स होते हैं जो हमें ताकतवर बनाते हैं और संघर्षशील होने में मदद करते हैं। इससे शरीर में ऊर्जा की मात्रा बढ़ती है और दिनचर्या के कामों को करने में भी आसानी होती है।
3. वजन घटाने के लिए
सहजन के सेवन से वजन घटाने में मदद मिलती है। यह फाइबर से भरपूर होता है, जिससे भूख का नियंत्रण होता है और हमें ज्यादा खाने से बचाता है। इससे मोटापा कम होता है और स्वस्थ वजन की प्राप्ति होती है।
4. रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए
सहजन में पाए जाने वाले पोटैशियम और विटामिन सी, रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इसका नियमित सेवन हृदय स्वास्थ्य को सुधारता है और हृदय सम्बन्धी समस्याओं को दूर करता है।

सहजन का सेवन कैसे करें?
सहजन का सेवन विभिन्न रूपों में किया जा सकता है। इसके पत्ते, फूल, फल और बीज सभी आयुर्वेदिक उपचार के लिए उपयोगी होते हैं।
- सहजन के पत्ते और फूल को अच्छी तरह से साफ करके उन्हें शाकाहारी खाने के रूप में उपयोग किया जा सकता है। इन्हें पकोड़े, सब्जी या सलाद के रूप में बनाया जा सकता है।
- सहजन के फल को खासकर जूस बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है। इसका रस पीने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और ताकत बढ़ती है।
- सहजन के बीज को सूखे बीज के रूप में खाने से भूख का नियंत्रण होता है और वजन कम होता है।
- सहजन के का पत्ते पाउडर या फूल, फल और बीज का चूर्ण बनाकर उसे पानी या दूध के साथ पीने से भी बहुत फायदेमंद होता है।
सहजन के सेवन से संबंधित सावधानियाँ
सहजन का सेवन करते समय कुछ सावधानियों का ध्यान रखना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है:
- सहजन का सेवन गर्भावस्था के दौरान एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को नहीं करना चाहिए। इसका सेवन गर्भपात का कारण बन सकता है।
- सहजन के सेवन से पहले अपने विचार विस्तार से करें और डॉक्टर की सलाह जरूर लें, विशेषकर यदि आप किसी रोग या अन्य स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं।
- सहजन को ज्यादा मात्रा में सेवन न करें, क्योंकि इससे उल्टी, दस्त, या अन्य रोग हो सकते हैं।
सहजन के सेवन के लाभ
सहजन का सेवन करने से व्यक्ति को कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। यह एक प्राकृतिक औषधि है जो साधारण बीमारियों से लेकर गंभीर समस्याओं तक का इलाज करती है। कुल मिलाकर, सहजन का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है और हमें निरोगी और सकारात्मक जीवन जीने में मदद करता है।
किसी भी हर्बल प्रोडक्ट या आयुर्वेदिक/जड़ी-बूटियों को सेवन करने से पहले आपको किसी योग्य डॉक्टर या आयुर्वेदाचार्य से परामर्श करना चाहिए।
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